Facts About hanuman chalisa Revealed
Facts About hanuman chalisa Revealed
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भावार्थ – हे हनुमान जी ! यदि कोई मन, कर्म और वाणीद्वारा आपका (सच्चे हृदय से) ध्यान करे तो निश्चय ही आप उसे सारे संकटों से छुटकारा दिला देते हैं।
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By your grace, just one will Visit the immortal abode of Lord Rama after Loss of life and continue being dedicated to Him.
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि॥
सुग्रीव बालि के भय से व्याकुल रहता था और उसका सर्वस्व हरण कर लिया गया था। भगवान् श्री राम ने उसका गया हुआ राज्य वापस दिलवा दिया तथा उसे भय–रहित कर दिया। श्री हनुमान जी ने ही सुग्रीव की मित्रता भगवान् राम से करायी।
व्याख्या – प्राणिमात्र के लिये तेज की उपासना सर्वोत्कृष्ट है। तेज से ही जीवन है। अन्तकाल में देहाकाश से तेज ही निकलकर महाकाश में विलीन हो जाता है।
श्री हनुमान जी की महिमा अनिर्वचनीय है। अतः वाणी के द्वारा उसका वर्णन करना सम्भव नहीं।
◉ श्री राम नवमी, विजय दशमी, सुंदरकांड, रामचरितमानस कथा, हनुमान जन्मोत्सव, मंगलवार व्रत, शनिवार पूजा, बूढ़े मंगलवार और अखंड रामायण के पाठ में प्रमुखता से गाये जाने वाला चालीसा है.
Putting the ring of Rama in the mouth, you jumped and flew above Ocean to Lanka, there's no surprise in that.
The king of your gods, Indra, responds by telling his spouse that the residing being (monkey) that bothers her should be to be viewed as a pal, Which they must make an work to coexist peacefully. The hymn closes with all agreeing that they must come alongside one another in Indra's residence and share the prosperity on the choices.
व्याख्या – उपमा के द्वारा किसी वस्तु का आंशिक ज्ञान हो सकता get more info है, पूर्ण ज्ञान नहीं। कवि–कोविद उपमा का ही आश्रय लिया करते हैं।
यहाँ सर्वसुख का तात्पर्य आत्यन्तिक सुख से है जो श्री मारुतनन्दन के द्वारा ही मिल सकता है।
श्री हनुमान आरती
छूटहि बन्दि महा सुख होई ॥३८॥ जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा ।